Some people say that, an asteroid will hit the earth,and some people say that a black hole will swallow the earth, but when this happens, science will progress so much that science may stop these incident, but there is one incident that will going to be happen no matter what you do, and actually the earth will end due to this incident. first of all we need to discuss how old is earth what is the diameter of earth, size of earth, weight of earth and atmosphere of earth.
1:the age of our planet earth is 4.54 billion year.
2: the atmosphere of earth is the layer of gases, commanly known as air, retained by earth's gravity, surrounding the planet earth and forming its planetary atmosphere.
3:the diameter of earth is 12,742 km.
4:the main radius of earth is 6,371 km.
5:the weight of earth is 5.972 x 10^24kg.
The end of the earth is going to be from end of the sun,as long as sun remains, the earth will remain.
If the sun disappeared from the universe, then the earth will also get disappeared, because life on earth will exist only when if there is a sun. If you want to know about jupiter planet age size temprature etc then Click here
That is why we should understand how a star ends,because even sun is also a star.
The energy of any stars is generated by Process which we call nuclear fusion.
There are hydrogen atoms inside the stars,and hydrogen and atoms fuse together to form the atoms of helium.
This nuclear fusion gives sun and other star their energy, and helium atoms,which are made by matching hydrogen atoms, also start to fuse and it gives that stars even more energy.
Just as hydrogen made of hydrogen and helium is form, similarly helium is made of helium carbon is form,as the process goes on And new elements are form for, e.g. neurones,oxygen and in the end iron.
When the stage of iron is come,then the situation slightly change.
Iron does not produce energy by fusing iron and all the iron accumulates at the corner of that star and those stars are fine until all the fuel is exhaust.
When all the fuel where exhaust then finally gravity starts working and that star starts to get inside and its temperature increases and continues to grow.
Finally the stars collabs and at the end it started spreading and it get destroy, then that's the called the (SUPERNOVA).
The sun is 4.5 billion year old.
If you want to know about our planet earth's age then Click here. for the next 500 million year,the sun will remain cloudly
,But it's temperature will eventually reach 200 billion degree.
You should know that any stars such as supernova ends when it's mass is very high, about 8 to 12 times more then the sun.
But the sun is not so big, so the sun will not take the path of supernova but take another way.
when the sun will come on this stage then it will started expanding and it will convert into red giant from the normal star
The sun that gives life now, the same sun will end the life of our earth with it's intense heat.
After that, it will continue spread for the next 700 million year and its size will be 200 times more then what it is now.
Of such a large size,that it start swallowing the planets one by one. First of all mercury then Venus and finally our Earth this is such an incident that we cannot stop at all.
Whether the earth is finished by Black hole or not, this sun incident will bound to happen. but offcourse this incident is not in our timeline, because this incident will be millions of year later.
If you want to know about isro's latest news about mars' moon phobos then Click here to know about isro captured phobos moon image
guys comment me how you like
Dharti ka ant kaise hoga in hindi:
कुछ लोग यह कहते है की, धरती से जब एस्टेरॉयड टकराएगा तब धरती का अंत होगा, वही कुछ लोग यह कहते है की ब्लैक होल धरती को निगल जाएगा। लेकिन जब यह होगा तब साइंस इतना तरक्की कर लेगा की यह घटना को शायद रोक दे।
लेकिन एक ऐसी घटना है जिसको कोई नहीं रोक सकता और वो होकर ही रहेगी,जिसके चलते हमारी धरती का अंत होगा।
धरती का अंत,सूरज के अंत से ही होगा।अगर सूरज रहा तो धरती रहेगी। अगर सूरज ब्रह्माण्ड से गायब हो गया तो धरती भी गायब हो जाएगी,क्यों की धरती पर जीवन तभी होगा जब सूरज होगा।
इसीलिए हमें ये समाज लेना चाहिए कि तारे का अंत कैसे होता है, क्यों की हमरा सूरज भी तो एक तारा ही है ना।
कोई भी तारे की एनर्जी एक प्रोसेस से उत्पन होती है जिसे हम न्यूक्लियर फ्यूजन कहते है।
स्टार के अंदर हाइड्रोजन के एटम्स होते है, और हाइड्रोजन और एटम्स आपस में फ्यूज होकर हीलियम के एटम्स को बनाते है।
इसी न्यूक्लियर की फ्यूजन से सूरज और बाकी तारो को उसकी एनर्जी मिल जाती है, और हीलियम एटम्स जो हाइड्रोजन एटम्स के मिलन से बनते है, वो भी आपस में फ्यूज होना शुरू करते है, और इसे उस तारे को और भी ज्यादा एनर्जी मिलती है।
और जैसे हाइड्रोजन हाइड्रोजन मिलके हीलियम बनते है, वैसे ही हीलियम हीलियम मिलके कार्बन बनता है।वैसे ही प्रोसेस चलती रेहेती है।
इस प्रोसेस की वजह से नए नए तत्व यानी एलीमेंट्स फॉर्म होते है । जैसे कि, न्यूरॉन, ऑक्सीजन और आयरन।
जब आयरन की बारी आती है, तब हालत थोड़ी बदल जाती है।
आयरन आयरन को फ्यूज करने से एनर्जी नहीं पैदा होती है,और उस तारे के कोर में सारे आयरन इखट्टा होते रहते है।
और वो तारा तबतक ठीक रहता है जबतक सारा फ्यूल यानी ईंधन खत्म ना हो जाए
जब सारा फ्यूल यानी ईंधन खत्म हो जाए, तब आखिर में ग्रैविटी अपना काम करने लागती है, और वो स्टार अपने अंदर सामने लगता है,और उसका टेंपरेचर बढ़ता है और बढ़ते ही रहता है।
आखिर में वो स्टार कोलब्स यानी मिल जाते है, और आखिर में वो एक बार फैल के फत जाता है। और इस घटना को हम सुपरनोवा कहते है।
हमरा सूरज 4.5 बिलियन ईयर साल पुराना है। अगर आपको हमारे पृथिवी के बारे में जान ना है की कितने वर्ष का है तो इधर क्लिक करे।
अगले 500 करोड़ साल तक हमरा सूरज मौजूद रहेगा, पर इसकी टेंपरेचर बढ़ती ही रहेगी।
अगले 500 करोड़ साल तक हमरा सूरज मौजूद रहेगा, पर इसकी टेंपरेचर बढ़ती ही रहेगी।
और इसका टेंपरेचर आखिर में 200 बिलियन डिग्री तक पोहोच जाएगा।
आपको यह जान लेना चाहिए कि, कोई भी तारा सुपरनोवा जैसा तब खत्म होता है, जबतक उसका मास बोहोत ही ज्यादा होता है मतलब सूरज से करीब 8 से 12 गुना ज्यादा।
पर हमरा सूरज उतना बड़ा नहीं है, इसीलिए सूरज सुपरनोवा का रास्ता ना लेके एक दूसरा रास्ता लेगा।
जब सूरज इस स्टेज में आजाएगा तब वो बढ़ना शुरू होने लगेगा मतलब, एक्सपैंड होना शुरू हो जाएगा। और यह एक नॉर्मल स्टार से रेड जैंट में यानी बड़ा लाल आग का गोला में कन्वर्ट हो जाएगा।
और यह सूरज जो हमे अभी ज़िन्दगी देता है, वोही सूरज हमे अपने तीव्र ताल यानी आग कि गर्मी से हमारी धरती के जीवन को नष्ट यानी ख़तम कर देगा।
उसके बाद अगले 700 करोड़ साल तक यह फैलता रहेगा और इसकी साइज़ अभी के मुकाबले 200 गुना ज्यादा हो जाएगा। इतना बड़ा साइज़ की वो सारे प्लैनेट्स को एक एक करके निगलना शुरू करेगा।
सबसे पहले मरक्योरी, फिर वीनस फिर और फिर हमारे धरती को। यह एक ऐसी घटना है जिससे हम बिल्कुल भी नहीं रोक सकते।
और चाहे धरती ब्लैक होल से ख़तम हो या ना हो, पर ये सूरज वाली घटना तो होने ही रहेगी।
पर हमे इस बात से डरना नहीं चाहिए, क्यों की ये घटना हमारे टाइमलाइन में है नहीं। यह घटना तो करोड़ों साल बाद होगी।
कैसा लगा मुझे कमेंट करके जरूर बताना।
2 comments
Click here for commentsGood info....
ReplyThank you....
ReplyConversionConversion EmoticonEmoticon