भारत से पंगा, पड़ गया चीन को मंहगा👊
चाइना को सबक सिखाने के लिए अब अमरीका खुल के सामने आ रहा है।
अमरीका के विदेश मंत्री "mike pompeo" ने संकेत दिया है कि चाइना people's liberation army यानी की PLA की चुनौती से निपटने के लिए अमरीका एशिया में अपने सैनिकों कि तयनाती करेगा।
भारत से चाइना के मौजूदा टकराव के संदर्भ में इसे बेहद एहम बयान माना जाता है।
चाइना को जवाब अब अमरीका देगा।अमरीका अपनी फौज यूरोप से हटाकर एशिया में तैनात करेगा।
एशिया में अपनी धांस जमाने की कोशिश कर रहा है चाइना पर सुपरपावर अमरीका ने बाहें टेढ़ी कर ली है।
चाइना के बढ़ते कदम को रोकने के लिए अमरीका ने एशियाई मुल्कों में अपनी फौज तैनात करने का साफ संकेत दे दिया है।
अमरीका के विदेश मंत्री"MIKE POMPEO" ने कहा है कि भारत,मलेशिया,व्यतनाम,इंडोनेशिया और फिलिपिनिस जैसे देश के लिए चाइना खतरा बन रहा है।
हम यह शुनश्चित करने जा रहे है कि दुनिया में अपने सैनिकों कि तैनाती की समीक्षा कर अपने सैनिकों को इस तरह तैनात करे जिससे वो चाइना कि people's liberation army(PLA)का मुकाबला कर सके।
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यह हमारे लिए चुनौती होगी और हम तय करेंगे कि इसका मुकाबला करने के लिए हमारे पास संसाधन हो।
इसी योजना के तहत अमरीका जर्मनी में अपने सैनिकों कि संख्या करीब 52,000 से घटा कर 25000 कर रहा है।
माना जा रहा है कि इन्हीं सैनिकों में से कुछ सैनिक एशिया में तैनात किए जाएंगे।
हालाकि "mike pompeo" का कहना है कि इसे लेकर अमरीका सभी पक्षों से बातचीत भी करेगा।
अमरीका की काफी पहले से साउथ चाइना(C) में चल रहे संघर्ष पर नजर है।
हालही में जापान के साथ साउथ चाइना(C) में साझा युद्ध अभ्यास कर अमरीका ने साफ संकेत दे दिया था कि चाइना कि महत्वाकांक्षा पर उसकी नजर है।
हालाकि जापान ने अमरीका को एंटिमिसाइल सिस्टम तैनात करने से फिलहाल रोक दिया है।
लेकिन चाइना ने धमकी देदी की अगर अमरीका ने ऐसा किया तो वो चुप नहीं बैठेंगे।
पिछले हफ्ते "mike pompeo"ने भारत के साथ टकराव पैदा करने को लेकर चाइना की आलोचना की थी और चाइना की सत्ताधारी पार्टी को बदमाश कह डाले थे।
अमरीका के विदेश मंत्री "mike pompeo" ने ऐसे वक्त पर ऐलान किया जब वास्तविक नियंत्रण रेखा पर ,भारत और चाइना के बीच जबरदस्त तना तनी है।
15 जून 2020 गलवान घाटी में हिंसक झड़प में भारत के 20 से ज्यादा सैनिक शहीद हो गए,जबकि चाइना के भी 40 से ज्यादा सैनिकों कि मौत हुई थी।लेकिन चाइना अबतक इसे कबूल नहीं कर रहा है।
Question:
क्या चाइना को पलट वार देने का यह सही अवसर है? अपनी राय जरुर दीजिए
2 comments
Click here for commentsNice blog
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